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JEE Mains Results 2024 : JEE Mains में 99.95 पर्सेंटाइल Score करने वाले toppers से जाने Tips,आखिरी हफ्ते केवल शॉर्ट नोट्स पढ़े;बड़े टॉपिक्सल को बांटकर समझा

JEE Mains Results 2024 : JEE Mains में 99.95 पर्सेंटाइल Score  करने वाले toppers से जाने Tips,आखिरी हफ्ते केवल शॉर्ट नोट्स पढ़े;बड़े टॉपिक्‍स को बांटकर समझा

 

JEE Main सेशन 1 रिजल्‍ट जारी हो चूका है , आये जाने कुछ TOPPERS की जुबानी

मेरा नाम शाश्वत जैन है। 12 फरवरी को जारी JEE Main सेशन 1 रिजल्‍ट में मैंने 99.95 पर्सेंटाइल स्कोर किया है। मैं अभी क्लास 12वीं में हूं और ये मेरा पहला अटेम्‍प्‍ट था। मैंने 10वीं के बाद ही सोच लिया था कि मुझे JEE की तैयारी करनी है। JEE Main के लिए जब मैं टेस्‍ट पेपर्स की प्रैक्टिस करता था तो नंबर अच्‍छे नहीं आते थे। कई बार निराश हुआ कि एग्‍जाम में अच्‍छा स्‍कोर कर पाऊंगा या नहीं। मगर जब रिजल्‍ट आया तो मेरा नाम टॉपर्स में शुमार था।

तैयारी में खुद को स्टेबल रखना टास्क

प्रिपरेशन के दौरान सबसे ज्यादा मुश्किल खुद को स्टेबल रखना होता है, क्योंकि जब टेस्ट में नंबर कम आते हैं, तो खुद पर डाउट होने लगता है। इससे निकलने के लिए मैंने हमेशा अपने पेरेंट्स से बात की और अपने दोस्तों से भी डिस्कस किया। मुझे टीचर्स ने हमेशा कहा कि टेस्ट रिजल्ट को हमें कोई डिसीजन नहीं बना लेना है। अगर टेस्ट में गलतियां हो रही हैं, तो उन्हें सही करते जाना है।

 

कभी भी एग्जाम से पहले अपना पोटेन्शल फिक्स नहीं करना चाहिए। कभी मैंने ये नहीं सोचा की मैं इतना ही कर सकता हूं, हमेशा मैंने उससे ज्यादा मेहनत करने की कोशिश की है।

स्‍कोरिंग सब्‍जेक्‍ट्स पर ज्‍यादा फोकस किया

मैं शुरुआत से ही एग्जाम के लिए फोक्स्ड था। मैंने अपना पूरा समय अपनी स्टडी पर खर्च किया लेकिन अगर सब्जेक्टस की बात की जाए तो ऑर्गेनिक कमेस्ट्री पर सबसे ज्यादा फोकस किया। मैथ्स में मैंने कैलकुलस को ज्यादा टाइम दिया। इन सब्‍जेक्‍ट्स में मुझे ज्‍यादा से ज्‍यादा स्‍कोर करने की उम्‍मीद थी।

आखिरी हफ्ते शॉर्ट नोट्स से रिवीजन किया

एक हफ्ते पहले सभी के अंदर एग्जाम का एक प्रेशर होता है। मैंने इस समय कुछ नया पढ़ने की बजाय रिवीजन पर ज्‍यादा जोर दिया। बड़े-बड़े टॉपिक्‍स को समझने के लिए मैंने इसे छोटे टुकड़ों में समझा। मैनें हर टॉपिक के शॉर्ट नोट्स बनाए। एग्‍जाम से ठीक पहले मैंने केवल अपने शॉर्ट नोट्स से ही पढ़ाई की। इसी से मेरी टॉपिक्‍स पर पकड़ बेहतर हुई।

मेंटली स्‍ट्रॉन्‍ग रहना भी जरूरी है

इतनी मेहनत के बाद भी मुझे डर था कि पता नहीं मैं कैसे स्कोर कर पाऊंगा, लेकिन मैंने खुद को पूरी तरह स्टडी में लगाकर रखा। मुझे लगता है ऐसे समय में हमें खुद को अपनों के आसपास रखना चाहिए। तैयारी के दौरान मेंटली स्‍ट्रॉन्‍ग रहना भी उतना ही जरूरी है। मेरा फोकस अभी JEE Advance पर है उसके आगे क्या करना है, अभी मैंने ऐसा कुछ सोचा नहीं है कि आगे मुझे किस स्ट्रीम में जाना है।

 

टॉप 11 ने बताए अपनी तैयारी के सीक्रेट्स

शाश्वत Allen करियर कोचिंग इंस्टिट्यूट के स्टूडेंट हैं। एलेन के टॉप 11 स्टूडेंट्स से हमने बात की, जिनमें शाश्वत जैन समेत आदित्यराज कौशल (99.90 %टाइल), अदवितेश कटारे (99.89 %टाइल) रेशू असाटी (99.85 %टाइल), निसर्ग पाराशर (99.60 %टाइल), अक्षत सक्सेना (99.51 %टाइल), कबीर (99.47 %टाइल), अनंत गोयल (99.42 %टाइल), तान्या मेघनानी (99.29 %टाइल), आदित्य सहाय (99.27 %टाइल) और मोहम्मद अनस बक्श (99.21 %टाइल) शामिल हैं। सभी का कहना है कि आखिरी समय में लाइट रिवीजन से उन्होंने सब्‍जेक्‍ट्स पर अपनी पकड़ बनाई।

आदित्य ने कहा कि खुद को रीचार्ज करने के लिए उन्‍होंने स्पोर्ट्स का सहारा लिया, जबकि तान्‍या ने दोस्‍तों से बात कर अपना एग्‍जाम का स्‍ट्रेस भगाया।

टॉपर राथर्व ने वॉक पर जाकर दूर किया स्‍ट्रेस
रिजल्‍ट में रैंक 1 होल्‍डर राथर्व राठौर ने भी अपनी तैयारी के टिप्‍स शेयर किए। उन्‍होंने कहा कि आपने कितनी भी तैयारी की हो, फिर भी एग्जाम से पहले का आखिरी हफ्ता काफी स्ट्रेसफुल होता है, इसलिए मैं अपने पेरेंट्स के साथ हमेशा वॉक पर जाता था। दोस्तों से बातचीत भी करता था। ताकि मुझे स्ट्रेस न हो और फेलियर का डर भी न रहे। मुझे मेरे टीचर्स ने भी हमेशा गाइड किया, इससे मैं कभी भी पैनिक नहीं हुआ।

सब्जेक्ट के लिए टाइम शेड्यूल पर फोकस किया

मेरे जो सब्जेक्टस हैं उनमें मैथ्स और फिजिक्स मेरा हमेशा से ही अच्छा था, लेकिन कमेस्ट्री में मुझे काफी टाइम देना पड़ा, क्योंकि कमेस्ट्री में काफी कुछ याद करना का होता है। टेस्ट से पहले में टॉपिक्‍स को अच्छे से रिवाइज करता था। मुझे टीचर्स ने जो भी असाइनमेंट दिए, उन्हें मैंने अच्छे से पूरा किया। इसके साथ ही मैंने एक टाइम शेड्यूल बनाया, जिसको मैं हमेशा फॉलो करता था और रोज 4-5 घंटे पढ़ता था।

मुझे असाइनमेंट में जो भी डाउट्स होते थे, उन्हें मैं जल्दी ही सॉल्व कर लेता था, ताकि कोई कॉन्सेप्ट छूट न पाए। इसके साथ ही मैं टॉपिक्स को अपने दोस्तों के साथ भी डिस्कस करता था, जिससे कोई भी कनफ्यूजन न रहे।

सेमी कंडक्टर, एल्क्ट्रो मैग्नेटिव जैसे चैप्टर पर ज्यादा फोकस किया

मैं पिछले दो सालों से तैयारी कर रहा हूं, इससे मुझे आखिर के हफ्तों में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। JEE मेंस में जो एक्स्ट्रा चैप्टर आते हैं, उन्हें ही मैंने पढ़ा, जैसे सेमी कंडक्टर, एल्क्ट्रो मैग्नेटिव वेब्स इन पर मैंने ज्यादा फोकस किया जिससे उनमें मेरी प्रिपरेशन अच्छी हो पाए। एक्स्ट्रा चैप्टर पर मैंने खास ध्यान दिया ताकि एग्जाम में मुझे कोई भी परेशानी न आए।

स्ट्रेस कम करने के लिए वॉक पर जाता था

आपने कितनी भी तैयारी की हो, फिर भी एग्जाम से पहले का आखिरी हफ्ता काफी स्ट्रेसफुल होता है, इसलिए मैं अपने पेरेंट्स के साथ हमेशा वॉक पर जाता था। दोस्तों से बातचीत भी करता था। ताकि मुझे स्ट्रेस न हो और फेलियर का डर भी न रहे। मुझे मेरे टीचर्स ने भी हमेशा गाइड किया, इससे मैं कभी भी पैनिक नहीं हुआ।

एग्जाम से पहले कुछ नया न पढ़ें

एग्जाम से पहले नई चीजें ट्राई नहीं करनी चाहिए, क्योंकि हम जो चैप्टर पहले से अच्छे से पढ़ रहे हैं उनकी कंसिस्टेंसी भी बिगड़ती है और वो खराब होने लगती हैं। एग्जाम में शांत रहना जरूरी होता है, क्योंकि अगर हम एग्जाम टाइम में पैनिक करेंगे, टो हमारी स्टडी जिसमें हम अच्छे हैं, हम उसे भी भूल सकते हैं। इसके साथ ही जो आपने मॉक टेस्ट में फॉलो कर रहे थे, आपको उसी को फॉलो करना चाहिए, जिससे आप एग्जाम में अच्छा परफॉर्म कर पाएं।

 

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