खराब मौसम के कारण झारखंड के विधायक रांची से हैदराबाद नहीं जा सके; घंटों इंतजार के बाद एयरपोर्ट से वापस लौटे

खराब मौसम के कारण झारखंड के विधायक रांची से हैदराबाद नहीं जा सके; घंटों इंतजार के बाद एयरपोर्ट से वापस लौटे

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) का शिकंजा कसता दिख रहा है। उनके इस्तीफे के बाद विधायकों की खरीद-फरोख्त और भाजपा की तरफ से प्रलोभन देने की अटकलें लगाई जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक झामुमो के साथ-साथ गठबंधन में शामिल दूसरे दलों के विधायकों को राज्य से बाहर भेजने की तैयारी हो रही है। हालांकि, खराब मौसम में दो विमानों में सवार विधायकों को एयरपोर्ट से वापस लौटना पड़ा है।

झारखंड में राजनीतिक अस्थिरता गहराने के संकेत हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद विधायकों को तोड़ने की कोशिशें हो सकती हैं। भाजपा के प्रलोभन से बचाने के लिए विधायकों को झारखंड से बाहर भेजने की तैयारी किए जाने की खबरें सामने आई हैं।  सूत्रों ने बताया है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के विधायकों के साथ-साथ गठबंधन में शामिल कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायकों पर भाजपा की नजरें हैं। गठबंधन में शामिल विधायकों को पार्टी के प्रलोभन से बचाने के लिए विधायकों को झारखंड से बाहर किसी सुरक्षित जगह पर भेजने की कवायद हो रही है।

एयरपोर्ट जा रहे विधायक
गुरुवार शाम आई समाचार एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक विधायकों को सर्किट हाउस से शिफ्ट किया जा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक बस में झामुमो विधायकों के अलावा गठबंधन सरकार में शामिल दलों के सभी नेता सवार हैं। विधायकों ने सर्किट हाउस से बाहर मौजूद मीडियाकर्मियों के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। झामुमो विधायक दल के नेता चंपई सोरेन का दावा है कि उनके पास 43 विधायकों का समर्थन है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विधायकों के लिए एयरपोर्ट पर दो चार्टड विमान तैयार हैं।

झारखंड के सत्तारूढ़ विधायकों को कांग्रेस शासित प्रदेश हैदराबाद भेजा जा रहा है। इससे पहले  सूत्रों के हवाले से बताया था कि खरीद-फरोख्त की किसी भी संभावना को नाकाम करने और विधायकों को एकजुट रखने के प्रयासों के तहत विधायकों को झारखंड से दूसरी जगह भेजा जा रहा है। सूत्रों ने कहा, हमारे विधायकों को हैदराबाद भेजने के लिए दो चार्टर्ड विमान – एक 12 सीटों वाला और दूसरा 37 सीटों वाला – बुक किया गया है। रांची एयरपोर्ट पहुंचे नेताओं में विधायक दल के नेता चंपई सोरेन भी शामिल हैं।

हैदराबाद जाने से पहले झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर का बयान

हैदराबाद रवाना होने से पहले सर्किट हाउस के पास झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने मीडिया कर्मियों से कहा कि 43 विधायक हैदराबाद जा रहे हैं। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि सभी को पता है कि वे किस हद तक जा सकते हैं। राजेश ठाकुर ने आरोप लगाया कि भाजपा कभी भी कुछ भी कर सकती है। ऐसे में विधायकों को एकजुट रखने के लिए गठबंधन में शामिल विधायक हैदराबाद जा रहे हैं।
विधायकों के रवाना होने से पहले आई खबर के मुताबिक एक विधायक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, राजभवन से सरकार गठन के लिए निमंत्रण मिलने में देरी होने पर भाजपा विधायकों की अवैध खरीद-फरोख्त के प्रयास करेगी। ऐसे किसी नापाक मंसूबे को नाकाम करने के लिए उन्हें प्रदेश से बाहर भेजा जा रहा है।

हेमंत सोरेन पर कसा ईडी का शिकंजा

बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद झामुमो नेता हेमंत सोरेन को बुधवार रात गिरफ्तार किया गया। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के बाद राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को झामुमो विधायक दल का नेता नामित किया गया। प्रवर्तन निदेशालय ने आधिकारिक सीएम आवास पर सात घंटे की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को देर रात गिरफ्तार किया।

तेलंगाना में एकजुट रखे जाएंगे झारखंड के विधायक, बसें तैयार

हैदराबाद में बेगमपेट एयरपोर्ट के बाहर बसें तैयार रखी गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड से पहुंचने वाले झामुमो और गठबंधन समर्थक विधायकों को इन बसों से किसी सुरक्षित और गोपनीय जगह पर भेजा जाएगा। इन बसों की मदद से झारखंड से पहुंचने वाले 43 विधायकों को एकजुट रखने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि रात करीब 8 बजे तक विमान रवाना ही नहीं हुआ था। खराब मौसम के कारण विमान उड़ान नहीं भर सका।

रांची से हैदराबाद जाने वाली फ्लाइट खराब मौसम के कारण कैंसिल

गठबंधन में शामिल विधायकों ने चार्टर्ड विमान के अंदर से तस्वीर शेयर की। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक गठबंधन में शामिल एक विधायक ने खुद यह तस्वीर शेयर की है। रात करीब 9.40 बजे आई खबर के मुताबिक खराब मौसम के कारण विमान रद्द करने का फैसला लिया गया। झामुमो नीत गठबंधन में शामिल विधायकों के एयरपोर्ट से सर्किट हाउस लौटने की खबर भी सामने आई है। खबर के मुताबिक खराब मौसम और घने कोहरे के बीच कम दृश्यता के कारण उड़ानों को रद्द करने का फैसला लिया गया है।

झारखंड में 22 घंटे के बाद भी सरकार गठन के लिए न बुलाने से इरादे पर सवाल

झामुमो विधायक महुआ माजी ने कहा, हेमंत सोरेन के इस्तीफे के तत्काल बाद झामुमो ने 43 विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने का दावा पेश किया, लेकिन उन्हें सरकार गठन के लिए आमंत्रित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि बिहार में इस्तीफे के पांच घंटे के भीतर सरकार बनाने की औपचारिकता पूरी की गई। उन्होंने कहा कि झारखंड में 22 घंटे के बाद भी सरकार गठन के लिए न बुलाना उनकी (केंद्र सरकार / राजभवन) की नीयत पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।

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