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सीएम आवास पर हेमंत सोरेन ने डेढ़ घंटे मीटिंग की:JMM के 7 विधायक नहीं आए, कल्पना सोरेन को CM बनाने की चर्चा से नाराज

सीएम आवास पर हेमंत सोरेन ने डेढ़ घंटे मीटिंग की:JMM के 7 विधायक नहीं आए, कल्पना सोरेन को CM बनाने की चर्चा से नाराज

झारखंड में लालू यादव की कहानी दोहराने की कोशिश में हेमंत सोरेन? विधायक दल की मीटिंग में पत्नी की मौजूदगी से उठे सवाल

1997 में चारा घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण इस्तीफा देने के लिए मजबूर होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू यादव ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया था. ऐसे में चर्चा हो रही है कि जमीन घोटाले में ED की जांच में घिरे हेमंत सोरेन भी झारखंड में लालू के दिखाए रास्ते पर तो नहीं चल रहे हैं?

रांची: जमीन घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) और सीबीआई (CBI)की जांच का सामना कर रहे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. ED की पूछताछ से बचने के लिए ‘लापता’ होने के बीजेपी के दावे के कुछ घंटों के अंदर हेमंत सोरेन रांची पहुंचे. वे सोमवार 29 जनवरी से लापता थे. रांची पहुंचकर उन्होंने सीएम हाउस में सत्ता पक्ष (JMM, कांग्रेस और आरजेडी) के विधायकों के साथ मीटिंग की. झारखंड विधायक दल की मीटिंग में सीएम हेमंत सोरेन के साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन की मौजूद थीं. ये पहली बार था, जब सीएम हाउस में किसी बैठक में हेमंत सोरेन की पत्नी भी शामिल हुईं. सियासी अटकलें हैं कि अगर हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले में जेल जाने की नौबत आई, तो उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम की कुर्सी सौंपी जा सकती है.

झारखंड विधायक दल की मीटिंग में हेमंत सोरेन की पत्नी की मौजदूगी को लेकर बीजेपी सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने बड़े आरोप लगाए हैं. झारखंड के गोड्डा से सांसद दुबे ने आरोप लगाया है कि हेमंत सोरेन को गिरफ्तारी का डर है. लिहाजा JMM ने सरकार बचाने के लिए हेमंत सोरेन की जगह पर उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने की योजना बनाई है.

हालांकि, कांग्रेस के विधायक अंबा प्रसाद और दीपिका पांडे सिंह ने हेमंत सोरेन की जगह उनकी पत्नी को भसीएम की कुर्सी पर बिठाने जैसी किसी भी योजना से इनकार किया है. इस बीच हेमंत सोरेन ने विधायकों से मुलाकात के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा, ”मैं आपको जल्द ही सब कुछ बताऊंगा.”

ED ने जब्त की सोरेन की BMW
दरअसल, 27 जनवरी को हेमंत सोरेन चार्टर प्लेन से दिल्ली गए थे. वहां उन्होंने कुछ बैठकें कीं. उसके बाद से उनकी कोई खबर नहीं थी. 29 जनवरी को सुबह 7 बजे जांच एजेंसी ED उनसे पूछताछ करने दिल्ली स्थित आवास पर पहुंची. सोरेन वहां नहीं मिले. जांच टीम हेमंत सोरेन के दिल्ली वाले घर से कुछ जरूरी कागजात, BMW कार और 36 लाख कैश जब्त कर ले गई. 30 जनवरी को झारखंड के राज्यपाल ने भी CM की जानकारी लेने के लिए राज्य के चीफ सेक्रेटरी और DGP को गवर्नर हाउस बुलाया था. उसके बाद ही हेमंत सोरेन रांची पहुंचे.विधायक दल की मीटिंग में सोरेन और उनकी पत्नी की फोटो टीवी स्क्रीन पर दिखाए गए. 26 साल पहले इसी तरह की मीटिंग में राबड़ी देवी को देखा गया था. 1997 में चारा घोटाले में भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण इस्तीफा देने के लिए मजबूर होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू यादव ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया था. ऐसे में चर्चा हो रही है कि कहीं हेमंत सोरेन भी झारखंड में लालू के दिखाए रास्ते पर तो नहीं चल रहे हैं?झारखंड के सियासी गलियारों में इस बात की भी चर्चा तेजी से हो रही कि जमीन घोटाले में ईडी हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर सकती है. इसे देखते हुए झारखंड में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया. रांची स्थित CM हाउस के अलावा बीजेपी ऑफिस और बड़े नेताओं के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

JMM के  महासचिव ने दी सफाई
जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हेमंत सोरेन के लापता होने के दावों पर सफाई दी है. उन्होंने कहा,  “मुख्यमंत्री सिर्फ एक व्यक्ति नहीं संस्था है. मुख्य विरोधी दल ने नीचता की पराकाष्ठा दिखाई. बाबूलाल ने पोस्टर लगाया और 11 हजार का इनाम रख रहे हैं, जो मनोचिकित्सक बाबूलाल की मनोदशा को ठीक कर देगा, उसे जेएमएम 11 लाख देगी.”

बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के हेमंत सोरेन के लापता होने के पोस्टर लगाए थे. बाबूलाल मरांडी ने लिखा, “झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लापता हो गए हैं. पिछले 40 घंटे से सीएम की कोई खबर नहीं है. सीएम का पता लगाने वालों को बकायदा इनाम भी दिया जाएगा.”

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, “सीएम हेमंत सोरेन अपने निजी काम से दिल्ली गए थे. जब उन्होंने 31 जनवरी का टाइम ईडी को दिया है, तो किसके आदेश पर एजेंसी के लोग सीएम के दिल्ली वाले आवास पर पहुंचते हैं.” भट्टाचार्य ने 36 लाख रुपये मिलने पर कहा, “क्या उनकी अनुपस्थिति में घर की तलाशी ली जानी चाहिए थी. मैं पूछता हूं कि क्या ये ईडी या बाबूलाल की तरफ से प्लांड नहीं किया गया. सीएम से क्रिमिनल की तरह व्यवहार हो रहा है. हेमंत सोरेन ना अजीत पवार है, ना नीतीश कुमार है. वो वीर शिबू सोरेन के बेटे हैं. हम लोग इसे लेकर जल्द आपराधिक मुकदमा दर्ज कराएंगे.”

 

20 जनवरी को हुई थी पूछताछ
इससे पहले ED ने 20 जनवरी को CM हाउस में हेमंत सोरेन से करीब साढ़े 7 घंटे तक पूछताछ की थी. यह पूछताछ DAV बरियातू के पीछे स्थित 8.46 एकड़ जमीन से जुड़ी हुई थी. जांच एजेंसी ने उनसे सोर्स ऑफ इनकम और आयकर रिटर्न में दिए गए ब्योरे संबंधित सवाल किए थे.

 

क्या है जमीन घोटाले का मामला?
जमीन से जुड़े मामले का खुलासा रांची के अफसर अली की गिरफ्तारी के बाद हुआ. साल 2022 के 4 नवंबर को जमीन घोटाले में विष्णु अग्रवाल के कई ठिकानों पर ED ने छापेमारी की थी. बाद में तीन बार विष्णु अग्रवाल को पूछताछ के लिए समन भेजा गया. जमीन के तमाम मामलों के साथ चेशायर होम रोड की जमीन की खरीद में हेमंत सोरेन का नाम सामने आया था. वहीं पुगडू में 9.30 एकड़ खास महल जमीन की खरीद में भी फर्जीवाड़े की बात सामने आई थी.

19 जुलाई साल 2022 को गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर पर 8 जुलाई को छापेमारी के दौरान ED को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ी चेक बुक मिलने की खबर सामने आई थी. ED ने PMLA कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में जिक्र किया है कि 2 ब्लैंक चेक पर मुख्यमंत्री के साइन भी थे. जमीन घोटाला मामले में CM के अलावा उनके परिवार का नाम भी सामने आ रहा है.

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